एक खत अमिताभ बच्चन जी के नाम....
सदी के महानायक माननीय श्री अमिताभ बच्चन जी आपने हाल ही में अपनी नातिन और पोती को संबोधित करते हुए देश की हर बेटी के नाम एक खत लिखा है। आपके इस खत से काफी हद तक सहमत हुआ जा सकता है। एक दादा और नाना होने के नाते जो चिंता आपने खत में व्यक्त की है उसके मर्म को मैं समझ सकता हूं। शायद वर्तमान की समाजिक व्यवस्था और आबोहवा ने आपको ये खत लिखने पर मजबूर किया हो। एक बेहद सुंदर और प्रेरणादायक सलाह आपने खत के माध्मम से देश की तमाम बेटियों को दी है इसमें कोई दो राय नहीं है। साथ ही आपके इस खत को देश की हर बेटी को पढ़ना चाहिए और ये खत देश की तमाम बेटियों को अपना मुस्तबिंद खुद लिखने में मील का पत्थर साबित हो सकता है इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
किंतु मेरे बच्चन जी मेरे निजी विचार आपके इस खत से थोड़ा अहसमत होने पर मजबूर कर रहे हैं। खत के माध्यम से देश की तमाम बेटियों और महिलाओं को आपने एक बहुत अच्छा संदेश दिया है। लेकिन मुझे लगता है बेटियों को संदेश देने के साथ-साथ आपने कहीं ना कहीं समाज पर एक कुटाराघात भी किया है। आपके इस खत से ऐसा प्रतीत होता है कि समाज में अब भी ढेरों बुराईयां हैं, जो महिलाओं के उज्जवल भविष्य लिए उचित नहीं हैं। जिसके प्रति चिंता आपके खत में साफ दिखाई दे रही है। हालांकि कि इस बात से को नकारा नहीं जा सकता है कि मौजूदा में हालात महिलाओं के प्रति बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं हैं। लेकिन हालात सुधार के प्रति अग्रसर हैं इस बात को भी हमें खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए।
ऐसे में बच्चन जी आपके खत में बेटियों को एक प्रेरणादायक सलाह के साथ समाजिक ताने-बाने के प्रति भी एक सकारात्मक संदेश नजर आता तो मुझे खुशी होती। आप सदी के महानायक हैं, आप जैसा कलाकार शायद दोबारा इस धरती पर जन्म नहीं लेगा। अपनी कला के माध्यम से आपने इस देश और समाज को सदा गौरांवित किया है। आपके इस योगदान को यह देश कभी नहीं भूल सकता है। आप इस समाज के लिए दशकों से प्रेरणा के स्त्रोत रहे हैं। ऐसे में मुझे निजी तौर पर लगता है कि समाज सुधार के प्रति आपका सकारात्मक और आशावादी रवैया होना चाहिए था। जो मैंने आपने खत में काफी ढूंढने की कोशिश की पर मुझे नहीं मिला।
आपने खत में लिखा समाज के लोग बेटियों पर अपनी सोच, अपनी सीमाएं थोपेंगे। कैसी पोशाक पहनना, कैसी नहीं पहनना यह बताएंगे। आपकी निजी जिंदगी में दखल देंगे, महिलाओं के लिए इस दुनिया में जीना बहुत-बहुत मुश्किल हो सकता है इत्यादि...।
बच्चन जी आपकी ये सारी बातें सही हैं इससे मुझे जरा भी गुरेज नहीं है। लेकिन बेटियों को अच्छी सलाह के साथ-साथ समाज की भी एक अच्छी आशावादी तस्वीर उन्हें दिखाते तो अच्छा होता। मुझे निजी तौर पर लगता है इस खत से देश की तमाम बेटियों के जेहन में एक डर बैठ जाएगा कि ये समाज महिलायों के प्रति नकारात्मक था, है और रहेगा। जिसे शायद महिलाओं के सुंदर भविष्य का ताना-बाना बुनने में दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।
खैर अमिताभ बच्चन जी मैं भी आपके नाती के सामान हूं, एक बुजुर्ग और एक प्रेरणादायक लोकप्रिय अभिनेता होने के नाते मुझे आपके विचारों का सम्मान करना चाहिए और जो कि मैं करता भी हूं। लेकिन आपके खत को पढ़कर मन में जो विचार उमड़े उन्होंने शब्दों का रूप देने से खुद को नहीं रोक पाया। ऐसे में मेरी कोई बात यदि आपके दिल को आहात करे तो उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं।
आपका
विनोद यादव
7276969415
अमिताभ बच्चन जी का खत पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें..
http://www.jagran.com/entertainment/bollywood-amitabh-bachchan-letter-to-aaradhya-navya-naveli-is-a-must-read-for-every-girl-14638696.html
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