कैसे-कैसे सियासी मोड़ लेते हो,

कैसे-कैसे सियासी मोड़ लेते हो,
वोट के लिए सबकुछ जोड़-तोड़ लेते हो।
हर अच्छे काम का आगे आकर होड़ लेते हो,
जब होने लगता है खुलासा तु्म्हारी कारगुजारी का,
तुरंत जाति वाला चोला ओढ़ लेते हो।।
विनोद विद्रोही


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