यूं तो ये दिखते है हरे पर हरे नहीं हैं...
यूं तो ये दिखते है हरे
पर हरे नहीं हैं।
ज़ख्म जो तू दे गया,
वो अभी भरे नहीं हैं।
इंतज़ार थोड़ा और कर लो
दुनिया से हमारी रुक्सती का।
हम लगते मरे हैं
पर अभी मरे नहीं हैं।।
विनोद विद्रोही
पर हरे नहीं हैं।
ज़ख्म जो तू दे गया,
वो अभी भरे नहीं हैं।
इंतज़ार थोड़ा और कर लो
दुनिया से हमारी रुक्सती का।
हम लगते मरे हैं
पर अभी मरे नहीं हैं।।
विनोद विद्रोही
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