वो गोदी में जा बैठे हैं चीन के....
जो हमेशा से,सांप रहे हैं आस्तीन के।
वो अब गोदी में जा बैठे हैं चीन के।।
पाकर साथ चीन का वो जश्न मानते हैं,
उत्सुकता का।
वो क्या जाने ये परिचय है उनकी,
नपुंसकता का।।
कश्मीर की लालच में गर यूं चीन के,
आलिंगन में जा बैठोगे।।
वह दिन दूर नहीं, जब पाकिस्तां को चीनीस्तां बना बैठोगे।।
विनोद विद्रोही
वो अब गोदी में जा बैठे हैं चीन के।।
पाकर साथ चीन का वो जश्न मानते हैं,
उत्सुकता का।
वो क्या जाने ये परिचय है उनकी,
नपुंसकता का।।
कश्मीर की लालच में गर यूं चीन के,
आलिंगन में जा बैठोगे।।
वह दिन दूर नहीं, जब पाकिस्तां को चीनीस्तां बना बैठोगे।।
विनोद विद्रोही
Comments
Post a Comment