हां...गब्बर जिंदा है!
हां..गब्बर जिंदा है:
****************
आज शोले का ठाकुर खूब झल्लाया है,
जय-वीरू पर उसने
धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
ठाकुर बोला तुम और तुम्हारे
काम दोनों नकारा हैं।
पैसे लेकर भी तुमने गब्बर
को नहीं मारा है।।
जिसे देखो गब्बर का काम
बता रहे हैं।
और तो और अब तो टैक्स
पर भी गब्बर का नाम बता रहे हैं।
अरे अपने किये वादों को
क्यों तुमने तोड़ दिया।
आखिर क्या मजबूरी थी जो
तुमने गब्बर को जिंदा छोड़ दिया।।
जय-वीरू बोले ठाकुर साहब
आपके सामने ही तो गब्बर
ताबूत में पैक हुआ था।
लेकिन ये क्यों भूल जाते हो
कुछ दिन पहले ही तो....
"गब्बर इज बैक" हुआ था।
ठाकुर साहब गब्बर को लेकर
हम ताउम्र शर्मिंदा रहेंगे।
क्योंकि कितने ही गब्बर हम
मार लें, लेकिन हर दौर में
गब्बर जिंदा रहेंगे।।
इतने में लड़खड़ाती जबान में
रहीम चाचा बोले....
तुम लोग खामखां परेशां होते
हो, गब्बर वो घी है जो कभी
नहीं पिघलेगा।
और कितने गब्बर मारोगे हर
घर से गब्बर निकलेगा।।
विनोद विद्रोही
नागपुर
7276969415
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आज शोले का ठाकुर खूब झल्लाया है,
जय-वीरू पर उसने
धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
ठाकुर बोला तुम और तुम्हारे
काम दोनों नकारा हैं।
पैसे लेकर भी तुमने गब्बर
को नहीं मारा है।।
जिसे देखो गब्बर का काम
बता रहे हैं।
और तो और अब तो टैक्स
पर भी गब्बर का नाम बता रहे हैं।
अरे अपने किये वादों को
क्यों तुमने तोड़ दिया।
आखिर क्या मजबूरी थी जो
तुमने गब्बर को जिंदा छोड़ दिया।।
जय-वीरू बोले ठाकुर साहब
आपके सामने ही तो गब्बर
ताबूत में पैक हुआ था।
लेकिन ये क्यों भूल जाते हो
कुछ दिन पहले ही तो....
"गब्बर इज बैक" हुआ था।
ठाकुर साहब गब्बर को लेकर
हम ताउम्र शर्मिंदा रहेंगे।
क्योंकि कितने ही गब्बर हम
मार लें, लेकिन हर दौर में
गब्बर जिंदा रहेंगे।।
इतने में लड़खड़ाती जबान में
रहीम चाचा बोले....
तुम लोग खामखां परेशां होते
हो, गब्बर वो घी है जो कभी
नहीं पिघलेगा।
और कितने गब्बर मारोगे हर
घर से गब्बर निकलेगा।।
विनोद विद्रोही
नागपुर
7276969415
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