देख ले गांधी ये तेरे ही देश के लाल हैं।

देख ले गांधी ये तेरे ही
देश के लाल हैं।
तेरे विचार छोड़ो, तेरी हत्या
तक पर उठा रहे सवाल हैं।।

ये वही लोग हैं जो
तुझे कहते तो हैं राष्ट्रपिता।
लेकिन इनके लिये तू अब तक है
एक दहकती हुई चिता।।

जिसपर ये अपने स्वार्थ की रोटी
अक्सर सेंकते हैं।
गांधी नामक गेंद कभी इस तो
कभी उस पाले में फेंकते हैं।।

ये जिसपर बैठे हैं, काट रहे
वही डाल हैं।
तेरे ही देश में गांधी तेरे
बड़े बुरे हाल हैं।।

देख ले गांधी ये तेरे ही
देश के लाल हैं....

विनोद विद्रोही
नागपुर(7276969415)

#फ़िरखुलेगागांधीहत्याकेस

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