कौन से वो लम्हे होंगे जो तुम्हें सताते थे...

प्रिय मित्र राहुल तु्म्हें दिल से श्रद्धांजलि, ईश्वर तुम्हारी आत्मा को शांति दे...

कौन से होंगे वो लम्हे जो तुम्हें सताते थे,
दिल की बात क्यों किसी को नहीं बताते थे।
मुसीबतों से आखिर क्यों तुम लड़ें नहीं,

कौन थे वो जो हुए तुम्हारे साथ खड़ें नही।
एक जुझारू योद्धा यदि ऐसे हथियार रख जाएगा,
तो चुनौती रूपी इन दुश्मनों से कौन लोहा ले पाएगा।।

विनोद विद्रोही

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